Baba Balaknath Biography: राजस्थान के अलवर से सांसद बाबा बालकनाथ मस्तनाथ मठ के महंत हैं। इसी कारण उनकी ड्रैसिंग स्टाइल यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह दिखती है। इसलिए उनको राजस्थान का योगी भी कहा जाता है। भगवा कपड़ों ने रहने वाले महंत बालक नाथ को बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में से एक माना जाता है। वह हिंदुत्व एजेंडे पर अपने आक्रामक रुख के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। अपने फायर ब्रांड वाली छवि के चलते वह आमजन में काफी फेमस हैं। बाबा बालकनाथ ओबीसी कैटेगरी से आते हैं।
साल 2019 के लोकसभा चुनावों में अलवर से कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था, जिसके बाद बाबा बालकनाथ पहली बार सांसद बने। कांग्रेस के दिग्गज नेता को करारी पटखनी देने के बाद ही ‘बाबा’ के नाम को राजनीति के गलियारे में बंपर उछाल मिला। हाल ही में बालक नाथ उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने राजस्थान पुलिस के डीएसपी को थाने में घुसकर धमका दिया था।
महंत बालकनाथ
राजस्थान में गहलोत का जादू चलेगा या 5 साल में सरकार बदलने का ट्रेंड जारी रहेगा, यह 3 दिसंबर को नतीजों के साथ साफ हो जाएगा. नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों की धड़कनें बढ़ा दी हैं. आजतक एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी टक्कर दिख रही है. आंकड़ों की बात करें तो कांग्रेस 86 से 106, बीजेपी 80 से 100 सीटें जीतती दिख रही है. आजतक Axis My India Exit Poll के सर्वे में सीएम पद के लिए एक ऐसा नाम भी सामने आया है, जिसने सभी को चौंका दिया है!
आजतक एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में जब लोगों से सीएम पद के लिए सवाल किया गया. तो पहली पसंद अशोक गहलोत रहे. सर्वे में जिन लोगों से बात हुई है, उनमें गहलोत को 32% लोग सीएम बनते देखना चाहते हैं. हालांकि, दूसरे नंबर पर इस लिस्ट में न तो वसुंधरा राजे का नाम है और न ही सचिन पायलट का. सीएम पद के लिए दूसरे नंबर पर लोगों की पसंद महंत बालकनाथ योगी हैं. बालकनाथ योगी को सर्वे में शामिल 10 फीसदी लोग सीएम के रूप में देखना चाहते हैं! बीजेपी कार्यकर्ता को हिरासत में लेने से नाराज सांसद ने डीएसपी से कहा था- मेरा नाम याद रखना। मेरी सूची में तीन लोग हैं, एक तो यहां के विधायक, पुराने थानेदार और अब आप भी मेरी लिस्ट में हैं। बाबा बालकनाथ की आसपास के क्षेत्र में काफी अच्छी पकड़ हैं और वे लोगों में अपने हिंदुत्व एजेंडे को लेकर भी काफी प्रचलित हैं।
Baba Balaknath Biography
Name | Baba Balaknath |
Father’s Name | सुभाष यादव |
Mother’s Name | उर्मिला देवी |
Religion | Hindu |
Date of Birth | 16 April 1984 |
Age | 39 years old |
Birth Place | Kohrana, Rajasthan, India |
Category | Biography |
कौन हैं बालकनाथ योगी?
महंत बालकनाथ योगी अलवर से सांसद हैं. बीजेपी ने उन्हें तिजारा विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा है. बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में शामिल बाबा बालकनाथ का पहनावा योगी आदित्यनाथ की तरह रहता है. इसलिए उन्हें लोग राजस्थान का योगी भी कहते हैं.
बाबा बालकनाथ की अलवर और उसके आसपास के इलाकों में मजबूत पकड़ मानी जाती है. यही वजह है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में भी उनपर भरोसा जताया है. वे बीजेपी के हिंदुत्ववादी एजेंडे पर फिट बैठते हैं. यही वजह है कि चुनाव से पहले जब राजस्थान में बीजेपी ने अपनी इकाई का ऐलान किया था, तब उन्हें उपाध्यक्ष बनाया गया.
महंत बालकनाथ योगी का जन्म 16 अप्रैल 1984 को राजस्थान के अलवर जिले के कोहराना गांव में एक किसान परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम सुभाष यादव और मां का नाम उर्मिला देवी है. माता पिता की इकलौती संतान हैं और उनके परिवार में उनके दादा फूलचंद यादव और दादी मां संतरो देवी है . उनका परिवार बहुत लंबे समय से जनकल्याण और साधु संतों की सेवा करता रहा है!
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6 साल की उम्र में छोड़ा घर
उनके परिवार ने उन्हें मात्र 6 वर्ष की उम्र में अध्यात्म का अध्ययन करने के लिए महंत खेतानाथ के पास भेज दिया था. महंत खेतानाथ ने ही उन्हें बचपन में गुरुमख नाम दिया था. महंत खेतानाथ से अपनी शिक्षा दीक्षा को लेने के बाद वो महंत चांद नाथ के पास आ गए. महंत चांद नाथ ने उनकी बालक के समान प्रवृत्तियों को देखकर उन्हें बालकनाथ कहना शुरू किया था. महंत चांद नाथ ने उन्हें 29 जुलाई 2016 को अपना उत्तराधिकारी चुना था. महंत बालक नाथ योगी हिंदू धर्म के नाथ संप्रदाय के आठवें संत है. बालक नाथ योगी बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के चांसलर भी है.
योगी आदित्यनाथ के करीबी
योगी की तरह भगवा कपड़ों में दिखने वाले बाबा बालकनाथ अकसर अपने आक्रामक तेवरों की वजह से चर्चा में बने रहते हैं. बाबा बालक नाथ ने 2019 में पहला लोकसभा चुनाव जीता. उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह को 3 लाख से ज्यादा वोटों से मात दी थी.
बाबा बालकनाथ उसी नाथ संप्रदाय के महंत हैं, जिससे योगी आदित्यनाथ जुड़े हैं. बालकनाथ रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत हैं. नाथ संप्रदाय की परंपरा के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, तो रोहतक की गद्दी को उपाध्यक्ष की पदवी हासिल है. ऐसे में वे सीएम योगी के भी करीबी माने जाते हैं.
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बाबा बालकनाथ ओबीसी कैटेगरी से आते हैं. बालकनाथ ने चुनाव आयोग में अपना नामांकन दाखिल किया. इसके मुताबिक, उनकी उम्र 39 साल है. उनके पास नकदी 45 हजार रुपए है. भारतीय स्टेट बैक शाखा पार्लियामेंट हाउस संसद भवन नई दिल्ली में 13 लाख 29 हजार पांच सौ अठावन रुपए (13,29558 ) जमा है. इसके अलावा एसबीआई तिजारा शाखा में एक अन्य बैंक खाते में 5 हजार की राशि जमा है. इस हिसाब से बैंक में कुल जमा राशि 13, 79,558 की राशि जमा है. उन्होंने 12वी तक पढ़ाई कर रखी है.Rajasthan Assembly Election Result 2023
राजस्थान के चुनाव में भाजपा की जीत की ओर आगे बढ़ रही। ऐसे में रोहतक की भागीदारी बढ़ गई है। रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत बाबा बालकनाथ ने अलवर लोकसभा क्षेत्र की तिजारा (Baba Balaknath won from Tijara seat) विधानसभा सीट से जीत हासिल की है। भाजपा के प्रत्याशी रहे बाबा बालकनाथ ने अपने प्रतिद्वंदी एवं कांग्रेस प्रत्याशी इमरान खान को करीब 10707 मतों से हरा दिया है।
इमरान खान को दी कड़ी टक्कर
बालकनाथ अलवर की लोकसभा सीट से सांसद भी हैं। रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ के मठ के महंत योगी महासभा यानी नाथ संम्प्रदाय की कार्यकारिणी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। भाजपा और कांग्रेस की परंपरागत सीट पर 2018 में बसपा का कब्जा हो गया था।
बाबा बालकनाथ को भाजपा ने संबंधित सीट से उतारकर कांग्रेस को सीधी टक्कर देने का काम किया है। मुस्लिम बाहुल्य इस विधानसभा में बाबा बालकनाथ को इमरान खान ने कड़ी टक्कर दी। चुनाव के दौरान बाबा बालनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठती रही है, इसलिए तिजारा विधानसभा सीट के चुनाव पर सभी की निगाहें थीं।
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बालकनाथ के गुरु चांदनाथ भी रहे हैं राजनीति में
बाबा बालकनाथ के गुरु स्वर्गीय महंत चांदनाथ भी राजनीति में रहे हैं। 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान चांदनाथ सांसद बने। चांदनाथ राजस्थान में हुए उप चुनाव में बहरोड विधानसभा से चांदनाथ विधायक भी रहे थे। हालांकि चांदनाथ 2004 के लोकसभा चुनाव में हार गए थे।
महंत स्वर्गीय चांदनाथ के गुरु महंत श्रेयोनाथ भी रोहतक की किलोई विधानसभा से 1967 और 1972 में विधायक चुने गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में बाबा बालकनाथ सांसद चुने गए। महंत चांदनाथ ने 29 जुलाई 2016 में ही बालकनाथ को अपना उत्तराधिकारी बना दिया था। महंत चांदनाथ का सितंबर 2018 में निधन हो गया था।
अक्टूबर में मठ में बड़ा आयोजन, सीएम बनाने की उठी थी मांग
बाबा मस्तनाथ मठ में बाबा मस्तनाथ की पुनर्निर्मित समाधि (मंदिर) पर कलश स्थापना एवं मठ के सप्तम महंत चांदनाथ योगी व ब्रह्मलीन पुजारी हजारीनाथ योगी की स्मृति में भंडारे एवं शंखढाल मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा और देशमेला का तीन दिवसीय आयोजन अक्टूबर में हुआ था।
तीन दिवसीय आयोजन में गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, योग गुरु बाबा रामदेव के अलावा देशभर के संत आए थे। कार्यक्रम के दौरान रोहतक के कुछ संतों ने राजस्थान में बाबा बालकनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखी थी।
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अलवर: राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार अलवर जिले की तिजारा सीट बेहद चर्चा में है. इसकी बड़ी वजह है यहां के बीजेपी प्रत्याशी बाबा बालकनाथ. वर्तमान में अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ नाथ संप्रदाय के महंत चांदनाथ के शिष्य हैं. वे मात्र 6 वर्ष की उम्र में हरियाणा के रोहतक में स्थित बाबा मस्तनाथ मठ अस्थल बोहर के महंत चांदनाथ के शिष्य बन गए थे. महंत चांदनाथ के उत्तराधिकारी बने बाबा बालकनाथ अब उनकी राजनीतिक विरासत भी संभाल चुके हैं!
बाबा बालकनाथ का तिजारा से नामांकन फार्म भरवाने के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यानाथ आए थे. सीएम योगी ने यहां उस दिन चुनावी सभा को संबोधित भी किया था. बाबा बालकनाथ ने अपना पहला चुनाव बीजेपी से वर्ष 2019 में अलवर लोकसभा क्षेत्र से लड़ा था और कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं अलवर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य भंवर जितेन्द्र सिंह को हराकर विजयी हुए थे. महज 38 साल के बाबा बालकनाथ आज मेवात इलाके के बड़े हिन्दू नेता के रूप में पहचान रखते हैं!
महंत चांदनाथ के बेदह करीब रहे हैं बाबा बालकनाथ
बाबा बालकनाथ मूलतया अलवर जिले के बहरोड़ क्षेत्र के मोहराणा गांव के रहने वाले हैं. बाबा बालकनाथ करीब पंद्रह साल तक हनुमानगढ़ जिले में स्थित आश्रम में रहे हैं. वे महंत चांदनाथ के नजदीकी रहे हैं. महंत चांदनाथ भी शुरुआती दिनों में हनुमानगढ़ स्थित इसी आश्रम में रहते थे. महंत चांदनाथ अलवर के बहरोड़ से वर्ष 2004 में उपचुनाव में विधायक चुने गए थमहंत चांदनाथ ने किया था अलवर लोकसभा चुनाव का किला फतह
बीजेपी ने बाद में मेवात के अलवर इलाके में नाथ संप्रदाय के प्रभाव को देखते हुए 2014 में लोकसभा चुनाव में चांदनाथ को मैदान में उतारा था. महंत चांदनाथ कांग्रेस प्रत्याशी जितेन्द्र सिंह को हराकर सांसद बने. लेकिन बाद में लंबी बीमारी के चलते सांसद रहते हुए महंत चांदनाथ का निधन हो गया था. उसके बाद हुए लोकसभा के उपचुनाव में बीजेपी ने यहां से जसंवत सिंह चुनाव मैदान में उतारा. उनका मुकाबला पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह हुआ लेकिन वे जीत नहीं पाए. इससे अलवर लोकसभा की सीट बीजेपी के हाथ से निकल गई!
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बीजेपी ने खोई सीट को वापस पाने के लिए खेला था बालकनाथ पर दांव
इस पर बीजेपी इलाके में खोई हुई अपनी सीट वापस पाने के लिए महंत चांदनाथ के उत्तराधिकारी बाबा बालकनाथ को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारा. बाबा बालकनाथ चुनाव में विजयी हुए. वहीं से उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ. उसके बाद बीजेपी ने इस बार अल्पसंख्यक बहुल तिजारा सीट को हथियाने के लिए यहां बाबा बालकनाथ पर दांव खेला है. बाबा बालकनाथ भी कई बार अपने विवादित बोल के कारण चर्चा में रह चुके हैं!
सामाजिक सरोकारों के लिए प्रसिद्ध है मठ
जानकारों की मानें तो आठवीं शताब्दी में हरियाणा के रोहतक में स्थापित और करीब 150 एकड़ क्षेत्रफल में फैला श्री बाबा मस्तनाथ मठ आध्यात्मिक, धर्मार्थ चिकित्सा और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए जगप्रसिद्ध है. महंत चांदनाथ के उत्तराधिकारी बाबा बालकनाथ बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं. उनके सानिध्य में वर्तमान में देशभर में दो दर्जन से अधिक शैक्षणिक संस्थानों, चिकित्सालयों, गौशालाओं और धर्मशालाओं का संचालन किया जा रहा है!संस्कृत, राजस्थानी और पंजाबी भाषा के भी अच्छे जानकार हैं बाबा
नाथ सम्प्रदाय के सबसे बड़े अस्थल बोहर मठ के आठवें मठाधीश के रूप में दायित्व संभाल रहे बाबा बालकनाथ संस्कृत, हिंदी, राजस्थानी और पंजाबी भाषा के अच्छे जानकार माने जाते हैं. वे अब अपने गुरुजी की राजनीतिक विरासत को बखूबी संभाल रहे हैं. इस बार पार्टी ने उनके जरिए तिजारा जैसे उलझे हुए राजनीतिक समीकरणों वाली सीट पर अपना राजनीतिक वर्चस्व स्थापित करना चाह रही है. बीजेपी का यह दांव कितना सफल होगा यह तो मतगणना के बाद ही सामने आ पाएगा. बहरहाल यह सीट बेहद चर्चा में है!
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Baba Balaknath Biography FAQ’S
Who is Mahant Baba?
Mahant Balaknath Yogi, hailing from Alwar Lok Sabha constituency in Rajasthan, is a prominent Indian politician and incumbent Member of Parliament. He holds the esteemed position of Chancellor at Baba Mastnath University (BMU) and serves as the 8th chief/Mahant of the Nath sect within Hinduism.
Who is the MP of Alwar?
Rajasthan Assembly Elections 2024: Alwar MP, Mahant Balaknath emerges as top BJP candidate for CM's post.
Who is winning in Alwar?
Alwar Rural Assembly Election Results 2023 Highlights: INC's Tikaram Jully wins Alwar Rural with 108584 votes.
Who is the member of Parliament of Baba Balak Nath?
Mahant Balaknath Yogi, a prominent Indian politician, presently serves as the Member of Parliament representing the Alwar Lok Sabha constituency in Rajasthan. In addition to his political career, he holds the esteemed position of Chancellor at Baba Mastnath University (BMU). Furthermore, Mahant Balaknath Yogi is recognized as the 8th chief and spiritual leader of the Nath sect within Hinduism.
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